मध्य प्रदेश के किसानों की किस्मत चमकाएगी JS 21-72 सोयाबीन, देखिये खासियत और उत्पादन

मध्य प्रदेश के किसानों की किस्मत चमकाएगी JS 21-72 सोयाबीन, देखिये खासियत और उत्पादन

सोयाबीन की खेती मध्य प्रदेश में खरीफ सीजन में ज्यादा की जाती है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर मध्य प्रदेश और उसके आसपास के राज्यों के लिए कौन सी सोयाबीन की किस्में उगाने की सलाह दी जाती है? इनमें से सबसे ज्यादा लोकप्रिय किस्म है जेएस (जवाहर सोयाबीन). गौर करने वाली बात ये है कि जबलपुर के जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय से विकसित की गईं सोयाबीन की किस्मों को ही जेएस किस्म कहा जाता है. आइए अब जानते हैं इन्हीं किस्मों के बारे में, जेएस सीरीज की सोयाबीन किस्में (JS Series ki Soyabean Kismen).

जेएस सीरीज की नई किस्म: JS 21-72

सोयाबीन की सबसे नई किस्म है जेएस 21-72. पिछले कई सालों से किसान इस बात से परेशान थे कि उन्हें जेएस 2069 के बाद की उन्नत पीढ़ी, मध्यम अवधि वाली, प्रतिकूल मौसम में भी अधिक पैदावार देने वाली, पानी सहन करने वाली, मोटे दाने वाली, उच्च गुणवत्ता वाले, चमकदार, सुंदर दाने वाली, मजबूत जड़ प्रणाली वाली, अच्छी अंकुरण क्षमता वाली, कम बीज दर वाली और कीट-रोगों से प्रतिरोधी किस्म कब मिलेगी?

किसानों का इंतजार अब खत्म

कई सालों के गहन शोध और कठोर परिश्रम के बाद मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय (जेएनकेवी) ने किसानों की उपरोक्त अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए हाल ही में सोयाबीन की नवीनतम किस्म जेएस 21-72 को जारी किया है।

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JS 21-72 किन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है?

यह किस्म देश के मध्य क्षेत्र, मध्य प्रदेश, बुंदेलखंड, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के लिए बताई गई है, जो मध्यम से उच्च वर्षा और मध्यम से भारी मिट्टी (चिकनी मिट्टी) वाली मिट्टी के लिए उपयुक्त किस्म है।

JS 21-72 की अवधि

इस किस्म की औसत अवधि लगभग 94-95 दिन है जो वर्षों और मिट्टी की दशा के अनुसार थोड़ी बहुत कम या ज्यादा हो सकती है।

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JS 21-72 की उत्पादन क्षमता

सोयाबीन की इस किस्म की औसत उत्पादन क्षमता लगभग 25 क्विंटल/हेक्टेयर है. लेकिन किसानों से प्राप्त आंकड़ों और व्यावहारिक स्थिति के अनुसार यह किस्म 30/35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की अधिकतम पैदावार देकर किसानों को चौंका चुकी है।

JS 21-72 की पहचान

पौधा मध्यम ऊंचाई का, शाखित, फैला हुआ और इसका तना हरा होता है. इस किस्म के दाने पीले, चमकदार, बहुत सुंदर, हायलम भूरा, पत्तियां हरी और चौड़ी, नुकूली (ओवेट शेप), फूलों का रंग सफेद और फलियां बालों वाली होती हैं।

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