पिली शिमला मिर्च की खेती से कमाए डबल मुनाफा, जानिए इस खेती की पूरी प्रक्रिया
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पिली शिमला मिर्च: लाल और पीली शिमला मिर्च (जिसे बेल पेपर भी कहा जाता है) एक लोकप्रिय सब्जी है जिसकी मांग पूरे साल बनी रहती है। हरी शिमला मिर्च की तुलना में, लाल और पीली शिमला मिर्च अधिक महंगी बिकती है, जिससे यह किसानों के लिए अधिक लाभदायक फसल बन जाती है। यदि आप कम जगह में अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो लाल और पीली शिमला मिर्च की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। आईये देखते है यहां लाल और पीली शिमला मिर्च की खेती के बारे में……
लाल और पीली शिमला मिर्च की खेती
जलवायु
- लाल और पीली शिमला मिर्च को ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है।
- 15°C से 25°C का तापमान इस फसल के लिए आदर्श होता है।
भूमि
- लाल और पीली शिमला मिर्च को अच्छी तरह से सूखा, रेतीली-दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है।
- मिट्टी का pH 6.0 से 6.8 के बीच होना चाहिए।
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बुवाई
- लाल और पीली शिमला मिर्च की बुवाई बीजों से या पौधों से की जा सकती है।
- यदि आप बीजों से बुवाई कर रहे हैं, तो उन्हें फरवरी-मार्च में बोएं।
- यदि आप पौधों से रोपाई कर रहे हैं, तो 45-60 दिनों के पुराने पौधे रोपें।
सिंचाई
- लाल और पीली शिमला मिर्च को नियमित रूप से सिंचाई की आवश्यकता होती है।
- मिट्टी को नम रखें, लेकिन गीली नहीं।
- ड्रिप इरिगेशन सिस्टम का उपयोग करना सबसे अच्छा है।
खाद
- लाल और पीली शिमला मिर्च को अच्छी मात्रा में खाद की आवश्यकता होती है।
- खाद, वर्मीकम्पोस्ट और नीम की खली का मिश्रण डालें।
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कीट और रोग
- लाल और पीली शिमला मिर्च कई तरह के कीटों और रोगों से प्रभावित हो सकती है।
- इनसे बचाव के लिए एकीकृत कीट प्रबंधन (आईपीएम) तकनीकों का उपयोग करें।
कटाई
- लाल और पीली शिमला मिर्च बुवाई के 60-75 दिनों के बाद तैयार हो जाती है।
- फल पूरी तरह से विकसित और रंगीन होने पर काट लें।
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